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हाइकु
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Wednesday, August 02, 2023
जो तुम छैल छला
जो तुम छैल छला बन जाते, परे अँगुरियन राते
मों पोंछत गालन के ऊपर, कजरा देत दिखाते
घरी-घरी घूँघट खोलत में, नजर सामने आते
ईसुर दूर दरस के लाने, ऐसे काए ललाते
-ईसुरी
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